About Rain In Hindi, वर्षा क्या होती है? | Barish In Hindi, वर्षा के प्रकार

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इस पोस्ट में हम जानेंगे About Rain In Hindi याने बारिश के बारे में कुछ जानकारी जैसे की, बारिश क्या होती है?, वर्षा किसे कहते है?, वर्षा कितने प्रकार की होती हैं?, rain meaning in hindi, types of rainfall in hindi, हमारे जीवन के लिए बारिश क्यों ज़रूरी होती है?, वर्षा के रूप, वर्षा को कैसे मापते है?, इत्यादी।

Rain Meaning In Hindi: Rain को हिंदी में वर्षा, बारिश, या बरसात कहते है।

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वर्षा किसे कहते है? - Barish In Hindi

पृथ्वी के सतह, समुद्र, झील, तालाब और नदियों का पानी वाष्पित होकर ऊपर उठता है और उपर जाकर ठंडा होता है और वह पानी ठंडा होकर पानी की बूंदों के रूप में दोबारा निचे पृथ्वी पर गिरता है इसेही वर्षा या बारिश कहा जाता हैं। वर्षा यह एक प्रकार का संघनन है।

वर्षा तरल, बर्फ़ीली और जमी हुई ऐसे विभिन्न प्रकार की होती है। विश्व की सबसे अधिक वर्षा या बारिश भारत के चेरापूँजी नगर में होती है। बारिश का यह पानी साफ़ और शुद्ध होने के कारण यह शुद्ध पानी का सबसे अच्छा स्रोत है।

बरसात का मौसम या बारिश हम सभी के लिए बहुत ही उपयोगी है। जिस प्रकार इंसानों को प्यास बुझाने के लिए पानी आवश्यक है वैसे ही तपती धरती को भी बारिश की बहुत जरूरत होती है। और तो और बरसात के कारण ही पेड़-पौधों, फसलों, नदी-नालों इन सभी को पानी मिलता है, अगर बारिश ना हो तो अकाल पड़ जाता है, खेती सूख जाती हैं, पशु-पक्षी, जिव-जंतु मरने लगते हैं।

परन्तु बहुत ज्यादा बारिश भी हमे नुकसान पहुंचाती है, क्योंकि ज्यादा बारिश की वजह से नदियों में ज्यादा पानी होने के कारण वह अपने किनारों से बाहर आकर बहने लगती हैं और शहरों, गांवों में पानी चला जाता है जिससे वहा के लोग, पशु-पक्षी, पेड़-पौधों इत्यादी को नुकसान पहुंचता है।

आज के इस समय में प्रदुषण से बारिश बहुत ही दुषित हो रही है जो कि पृथ्वी पर आकर नुकसान पहुँचाती है, बारिश के पानी को शुद्ध और साफ़ रखने के लिए हमें पर्यायवरण को साफसुथरा रखना ज़रूरी है। बारिश के पानी को एकत्रित करने की ऐसी कुछ व्यवस्था करनी चाहिए ताकि किसी को पानी की कमी ना हो, बारिश या बरसात का मौसम यह पानी का स्तर ऊँचा रखने में भी बहुत सहायक होता है।

Types of Rainfall - वर्षा के प्रकार

वर्षा को liquid rain याने तरल रूप में होने वाली वर्षा के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। उत्पत्ति के आधार पर विभिन्न प्रकार की वर्षा होती है जिसके बारे में हमने निचे सविस्तर जानकारी दी है:

  • संवहनीय वर्षा (Convectional Rain)
  • पर्वतकृत वर्षा (Orographical Rainfall)
  • चक्रवाती वर्षा (Cyclonic Rainfall)

1. Convectional Rain In Hindi - संवहनीय वर्षा

संवहनीय वर्षा तब होती है जब सूर्य की ऊर्जा पृथ्वी की सतह या धरातल को गर्म करती है और पानी को वाष्प में बदलकर वाष्पित कर देती है, आमतौर पर दिन के सबसे गर्म हिस्सों में या गर्मियों में इस प्रकार की बारिश होती है। यह वर्षा मुख्यतः उत्तरी गोलार्ध में, भूमध्यरेखीय क्षेत्रों और महाद्वीपों के आंतरिक भागों में होती है।

जैसे जैसे पृथ्वी से गर्म हवा उपर जाकर फैलती है वैसे ही ठंडी होती जाती है जिससे आकाश में गहरे बादल बनते है और बिजली, तेज गरज के साथ मूसलधार या घनघोर बारिश होती है जो ज्यादा समय तक नहीं रहती है।

2. Orographical Rainfall In Hindi - पर्वतकृत वर्षा

Orographical rain को हिंदी में पर्वतकृत वर्षा, पर्वतीय वर्षा या भौगोलिक वर्षा कहा जाता है। पर्वतकृत वर्षा या भौगोलिक वर्षा यह वर्षा, हिमपात, या अन्य वर्षा जब नम हवा को पर्वत श्रृंखला के उपर ले  जाने पर उत्पन्न होती है, और जैसे ही वायु या हवा उपर उठती है वैसे ही ठंडी होती जाती है जिससे भौगोलिक बादल बनकर वर्षा के रूप में निचे धरती पर गिरते है।

इस प्रकार की वर्षा ज्यादातर पर्वत रिज के ऊपर की ओर गिरती हैं और कुछ वर्षा रिज से थोड़ी दूरी पर नीचे की ओर भी गिरती हैं, आमतौर पर पर्वत श्रृंखला के निचले भागों में कम वर्षा/बारिश होती है। लीवार्ड तरफ स्थित क्षेत्र को वर्षा-छाया क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है।

3. Cyclonic Rainfall In Hindi - चक्रवाती वर्षा

चक्रवातीय वर्षा गर्म और शीतल वायुराशियों के आपस में मिलने से होती है, क्योंकि हल्की गरम हवा ऊपर उठती है और भारी शीतल वायु नीचे बैठती है और ऊपर उठनेवाली गर्म वायु ठंडी होकर वर्षा के रूप में निचे गिरती है, यह बारिश कुछ घंटों से लेकर कुछ दिनों तक धीरे-धीरे होती रहती है। चक्रवात के मोर्चे पर चक्रवाती गतिविधि के कारण चक्रवाती बारिश होती है, यह बारिश अधिकतर Temperate zone याने शीतोष्ण कटिबंध में होती है।

बारिश क्यों ज़रूरी होती है - वर्षा की जरूरत क्यों है?

वर्षा या बारिश वायुमंडल को स्वच्छ करती है, बारिश पर्यावरण के साथ साथ सभी प्रकार के जीव-जंतु, पशु-पक्षी, पेड़-पौधे और मानवी जीवन को भी बहुत आवश्यक है। बरसात के कारण ही सभी को पानी मिलता है, बारिश का यह पानी साफ़ और शुद्ध होता है इसी कारण से यह शुद्ध पानी का सबसे अच्छा स्रोत है।

बारिश/बरसात हमारे लिए भी बहुत जरूरी होती है क्योकि हमारे जीवन के लिए अनाज बहुत आवश्यक है और बरसात के बिना अनाज उत्पन्न करना मुश्किल होता है, फसलों और पेड़-पौधों को उगने के लिए साफ़ और शुद्ध जल की आवश्यकता होती है जो उन्हें बारिश से मिलती है।

तपती धरती को भी बरसात की बहुत जरूरत होती है क्योंकि वर्षा-जल पृथ्वी की गरमाहट को कम करता है जिससे सभी जीव-जंतुओं को गरमाहट और water shortage याने पानी की कमी से राहत मिलती है। तेज धूप के चलते पेड़-पौधे मुरझा जाते हैं, इसीलिए बरसात के मौसम में पेड-पौधों को ज्यादा से ज्यादा पानी मिलने के कारण चारों तरफ हरियाली ही हरियाली छा जाती है।

धुप या गर्मी के कारण कुछ नदियाँ, तालाब का पानी सूख जाता है तो उन्हें भी बारिश के कारण फिर से जीवन मिलता है। बरसात के मौसम में नदी-नाले, गड्ढे, तालाब पानी से भर जाने से उसमे रहनेवाले जलीय जीवों को भी बहुत फ़ायदा होता है इसलिए वर्षा ऋतु या बारिश बहुत ही ज़रूरी होती है।

बारिश किन कारणों से होती है?

पृथ्वी पर बहुत सी ऐसी प्रक्रियाएं हैं जिसके कारण कई जगहों पर वर्षा या बारिश होती है, एक साथ हर जगह पर कभी भी बारिश नहीं होती है। किस स्थानों पर कब, कैसे और कितनी वर्षा या बारिश होगी यह कई कारणों पर डिपेंड होता है जैसे की, किसी इलाके में पेड़ पौधे की मात्रा, समुद्र तल या पहाड़ों से दूरी, हवा के बहने का तरीका, ऐसे ही और कई कारण और तत्व मिलकर यह तय किया जाता है की किस एरिया में कब और कितनी बारिश होगी।

कभी कभी बिना मौसम के भी कई बार बारिश होती है उसे स्थानीय वर्षा कहा जाता है। समुद्री इलाकों में उठे चक्रवात के कारण भी कई बार उसके आसपास के इलाकों में बारिश होती है। कभी कभी एक ही इलाके या एरिया में कुछ दिन या महीनों तक लगातार या फिर रुकरुक कर बारिश होती है।

बारिश किन रूपों में धरती पर गिरती है? - वर्षा के रूप

वर्षा या बारिश कई प्रकार के रूपों में धरती पर गिरती है जैसे की, जब पानी तरल रूप में पृथ्वी पर गिरता है तो उसे बारिश कहते हैं, बारिश के साथ जब धरती पर बर्फ के टुकड़े गिरने लगते हैं तो उसे ओले का गिरना जिसे अंग्रेज़ी में Hailstones कहते हैं। और जब पानी तरल रूप के बदले ठोस रूप में धरती पर गिरता है तो उसे हिमपात कहा जाता है। जब सर्दियों में कई जगह पर पानी की बहुत ही छोटी-छोटी बूंदे गिरती है तो उसे ओस‌/Dew कहा जाता हैं।

वर्षा को कैसे मापते है? - बारिश को कैसे मापा जाता है?

बारिश कभी भी हर जगह एक साथ और एक समान नही होती है, किस जगह पर कितनी बारिश हुई यह मापने के लिए जिस यंत्र का उपयोग किया जाता है उसे Rain gauge याने वर्षामापी कहते है, इसे एक निश्चित समय और निश्चित जगह पर वर्षा में रखकर पानी के बरसने की मात्रा को माप लिया जाता है। ज्यादातर वर्षा या बारिश इंच या सेंटीमीटर में मापी जाती है, ब्रिटेन में पहला Rain gauge क्रिस्टोफर व्रेन ने 1662 में बनाया था।

वर्षामापी कई प्रकार के होते है, यह एक खोखला बेलन के जैसा होता है जिसके अंदर एक बोतल रहती है, उसके ऊपर एक कीप लगा रहता है और फ़िर बारिश का पानी कीप द्वारा उस बोतल में भर जाता है और बाद में वर्षा के पानी को वर्षामापी से माप लिया जाता है। बरसात के पानी को कीप में गिरने में किसी प्रकार की रुकावट या बाधा नही आनी चाहिए इसलिए वर्षामापी को ऊँचे और खुली जगह में रखा जाता है।

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2. वायुमंडल की संरचना और वायुमंडल की पूरी जानकारी
3. ज्वालामुखी क्या है? और ज्वालामुखी के प्रकार

FAQS for Rain In Hindi

1. Rain को हिंदी में क्या कहते है?

Rain को हिंदी में वर्षा, बारिश, या बरसात कहा जाता है।

2. वर्षा क्या होती है?

वर्षा वह प्रकिया है जो पृथ्वी के सतह, समुद्र, झील, तालाब और नदियों का पानी वाष्पित होकर ऊपर उठता है और उपर जाकर ठंडा होता है और ठंडा होकर पानी की बूंदों के रूप में दोबारा निचे पृथ्वी पर गिरता है जिससे बारिश होती है।

3. वर्षा के कितने प्रकार होते है?

संवहनीय वर्षा, पर्वतकृत वर्षा, चक्रवाती वर्षा यह वर्षा के तीन प्रकार है।

4. पहला Rain gauge किसने और कब बनाया था?

पहला Rain gauge याने वर्षा नापने का यंत्र क्रिस्टोफर व्रेन ने 1662 में ब्रिटन में बनाया था।

5. बारिश किन कारणों से होती है?

किसी इलाके में पेड़ पौधे की मात्रा, समुद्र तल या पहाड़ों से दूरी, हवा के बहने का तरीका, ऐसे ही कई कारणों से बारिश या वर्षा होती है।

तो आपको वर्षा याने बारिश के बारे में काफ़ी कुछ जानकारी मिली होंगी जैसे की वर्षा क्या होती है?, वर्षा कितने प्रकार के होते हैं?, types of rain in hindi, बारिश को कैसे मापा जाता है?, वर्षा की जरूरत क्यों होती है? इत्यादी, तो दोस्तों आपको हमारी यह पोस्ट कैसी लगी यह हमे Comments करके बताये और अपने दोस्तों में ज़रूर शेयर करें।

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  1. वर्षा के बारे में आपने बहुत अच्छी जानकारी दी है... धन्यवाद.

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