Volcano In Hindi | ज्वालामुखी क्या है?, ज्वालामुखी के प्रकार

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कभी कभी पूरी दुनिया के लिए Volcano याने ज्वालामुखी यह बहुत चर्चा का विषय बन जाता है, हमने भी ज्वालामुखी के बारे में कई बार सुना है पर इसकी हमें जादा जानकारी नहीं होती। इसलिए हमने इस पोस्ट में ज्वालामुखी की पूरी जानकारी दी है जैसे की, Volcano या ज्वालामुखी क्या है, ज्वालामुखी कैसे बनता है, ज्वालामुखी के प्रकार, लावा किसे कहते हैं, मैग्मा क्या है? और भी कुछ जानकारी।

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ज्वालामुखी को अंग्रेजी में Volcano कहते है। आपको बता दे की, ज्वालामुखी की जलवायु परिवर्तन में भी अंशतः भूमिका होती है, हाल ही में कुछ वैज्ञानिकों के एक शोध में पता चला की छोटे छोटे ज्वालामुखी विस्फोटों के द्वारा वर्तमान जलवायु परिवर्तन की गति धीमी हो सकती है।

ज्वालामुखी क्या है? - Volcano in Hindi

जिस जगह से पृथ्वी के अंदर की गर्म लावा, गैस, राख, इत्यादी सामुग्री बाहर आती है उसे वोल्केनो या ज्वालामुखी कहते हैं। याने पृथ्वी या किसी भी Planet की सतह पर उपस्थित ऐसी दरारे, बडे छेद या मुख होते है, जिसमे से उस ग्रह के भीतर की गर्म लावा, गैस, राख इत्यादी सामुग्री बाहर आती है उसे ज्वालामुखी या Volcano कहा जाता हैं।

भूविज्ञान में ज्वालामुखी को आकस्मिक घटना के रूप में देखा जाता है, यह घटना पृथ्वी की ऊपरी एक परत टूटना है जिसके माध्यम से अंदर के मैग्मा लावा के साथ अन्य सामग्री भी बाहर निकलती है, और ज्वालामुखी द्वारा निकाले गए इन सभी सामग्री के ढेर से बनने वाली शंक्वाकार भू-आकृति को ज्वालामुखी पर्वत कहते है।

लावा क्या है? लावा कैसे बनता है?

लावा यह ज्वालामुखी से बाहर निकलने वाली बहुत ही गर्म सामुग्री होती है। यह लावा ज्वालामुखी के नीचे पिघले हुए चट्टान, पत्थरों और गैसों के मिश्रण के रूप में होता है जिसे मैग्मा कहते हैं और यह मैग्मा ज्वालामुखी के फटने पर बाहर निकलता है जिसे हम लावा कहते है।

मैग्मा किसे कहते हैं? - What is magma in hindi

पृथ्वी की सतह के नीचे पाई जाने वाली पिघली हुई और अर्ध-पिघली हुई पत्थरों और चट्टानों के मिश्रण को मैग्मा कहते है। यह magma चट्टानों का पिघला हुआ एक रूप है जिसकी रचना ठोस, आधी पिघली या पूरी तरह पिघली चट्टानों के द्वारा होती है, और यह मैग्मा जब ज्वालामुखी द्वारा बाहर निकलता है उसे हम लावा या लावा-रस कहते है।

ज्वालामुखी विस्फोट कैसे होता है? ज्वालामुखी विस्फोट क्या है?

ज्वालामुखी विस्फोट के लिए टेक्टोनिक प्लेटों की जगह बदलना और मैग्मा का आकार यह कारण हो सकता है। जब जमीन के नीचे से मैग्मा का ऊपर की ओर दबाव बढ़ता है तब पृथ्वी की सतह फट जाती है और ज्वालामुखी का विस्फोट या ज्वालामुखी उद्रेक होता है।

याने जब पृथ्वी के अंदरूनी भाग में मैग्मा का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ जाता है तब सतह ज्वालामुखी विस्फोट होता है, ज्वालामुखी के विस्फोट के साथ मैग्मा लावा निकलता है, इसके साथ साथ गर्म राख, हवा, गैस भी बहने लगता है।

Volcano Diagram - Volcano Drawing

ज्वालामुखी के प्रकार - Types of volcano in Hindi

सक्रियता के आधार पर ज्वालामुखी के मुख्य तीन प्रकार होते हैं:

  • सक्रिय या जाग्रत ज्वालामुखी - Active volcano
  • मृत या शांत ज्वालामुखी - Extinct volcano
  • प्रसुप्त या सुप्त ज्वालामुखी - Dormant volcano

इन ज्वालामुखी के प्रकार का स्पष्टीकरण नीचे दिया है,

सक्रिय या जाग्रत ज्वालामुखी - Active volcano:

यह एक ऐसा ज्वालामुखी प्रकार है जो हमेशा सक्रिय होता है, इन ज्वालामुखी से हमेशा लावा, गैस, धुवाँ, राख, या गर्म हवा बाहर आती रहती है और समय-समय में विस्फोट होते रहते हैं। हमारी धरती पर लगभग 1500 Active volcano याने सक्रिय या जाग्रत ज्वालामुखी है।

मृत या शांत ज्वालामुखी - Extinct volcano:

यह एक ऐसा ज्वालामुखी प्रकार है, जिसमे कई वर्षो से विस्फोट या किसी भी प्रकार के सामुग्री का उद्रेक नहीं हुवा है और ना ही इसकी भविष्य में संभावना है, ऐसी स्थिति में इन ज्वालामुखी को मृत या शांत ज्वालामुखी या Extinct volcano कहते है।

जो ज्वालामुखी हजारो साल से शांत हैं और उनके भीतर का लावा और मैग्मा ख़त्म हो चुका होता है और अब इनमें उगलने की गर्मी व सामग्री बची ही नहीं है तब उन ज्वालामुखी को मृत घोषित किया जाता है।

प्रसुप्त या सुप्त ज्वालामुखी - Dormant volcano:

यह ऐसे ज्वालामुखी है जो कई सालो से शांत होते है, याने इसमे पिछले कई वर्षो से विस्फोट नहीं हुवा हो, लेकिन भविष्य में इसकी सक्रिय होने की पूरी संभावना हो, ऐसे ज्वालामुखी को सुप्त ज्वालामुखी या Dormant volcano कहा जाता है।

इस प्रकार के ज्वालामुखी बहुतही खतरनाक होते है, क्योकि यह कभी भी सक्रीय हो कर फट सकते है और बहुत बड़ी तबाही कर सकते है।

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FAQs For Volcano in Hindi

1. विश्व का सबसे बड़ा ज्वालामुखी कौन सा है?

विश्व का सबसे बड़ा ज्वालामुखी "Mauna Loa" है, और यह मोनालोआ दुनिया का सबसे बडा सक्रिय ज्वालामुखी है। यह प्रशांत महासागर (Pacific Ocean) के हवाई (Hawaii) द्वीप समूह पर स्थित है।

2. भारत में सबसे बड़ा ज्वालामुखी कौन सा है?

बैरन द्वीप यह भारत का सबसे बड़ा और एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है, इस ज्वालामुखी का विस्फोट 28 मई 2005 में हुवा था और अब तक इससे लावा निकल रहा है और यह बैरन द्वीप लगभग 3km में फैला है।

3. ज्वालामुखी का तापमान कितना होता है?

ज्वालामुखी के लावा का तापमान लगभग 700 से 1200 डिग्री सेल्सियस तक हो सकता है, और ज्वालामुखी के किनारों का तापमान लगभग 500°C तक हो सकता है।

4. क्या ज्वालामुखी से सोना भी निकलता है?

जिस जगह बार बार ज्वालामुखी का विस्फोट होता हैं, वहा भूकंप आने और ज्वालामुखी फटने पर ये सोना द्रव के रूप में अन्य सामुग्री के साथ धरती की सतह पर आ जाता है।

5. ज्वालामुखी का निर्माण कैसे होता है?

ज्वालामुखी का निर्माण तब होता है, जब धरती के नीचे जियोथर्मल एनर्जी से पत्थर पिघलते हैं और उन पिघले हुए पत्थरों और गैसों के कारण धरती के नीचे से ऊपर की ओर दबाव बढ़ता है और अधिक दबाव से सतह पर उसका विस्फोट होता है, जिसमे से लावा, गैस, धुवाँ, राख, और अन्य सामुग्री बाहर आती रहती है।

तो दोस्तों यह थी Volcano याने ज्वालामुखी की पूरी जानकारी, जिसमे हमने jwalamukhi kya hai, ज्वालामुखी कैसे बनता है, ज्वालामुखी के प्रकार, लावा किसे कहते हैं, मैग्मा क्या है? इत्यादी पॉइंट कवर किये है। आशा है की आपको यह पोस्ट से काफी जानकारी मिली होंगी, तो आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा तो हमें कमेंट्स करके बताये और अपने दोस्तों में जरुर शेअर करे।

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