दोस्तों आज हम एक अनसुलझी रहस्यमय सत्य घटना के बारेमे जानेंगे, ये सत्य कहानी आज भी अनसुलझी है। जिनके बारेमे कई विचारवंत वैज्ञानिक इस घटना के बारे में अपनी अपनी अलग अलग विचार धाराएं रखते है। दोस्तों ये कहानी है दो हरे रंग के बच्चो की, जो माना जाता है की ये दोनों बच्चे दूसरी दुनिया से हमारी पृथ्वी पर आये है। The Mysterious Green Children of Woolpit तो दोस्तों चलते है इस घटना के बारेमे विस्तारित रूप से जानते है।
12 सदी के दौरान तब इंग्लैंड में "राजा स्टीफ़न" का शासन काल था। तब वहाके "ब्युरी सेंट एडमंड्स" के पास "वुलपिट" के "सफोक" गांव में फसल कटाने के समय एक अजीब घटना घटी थी। जब वहाके किसान खेतो में काम कर रहे थे, तब वहाके "रिचर्ड डी" नाम के आदमी को जंगलों मे से एक अजीब सुरेली घंटियो कि आवाज़ सुनाई दी, तभी रिचर्ड डी और किसान वहा पहुंचे तब उन्होंने वहा दो छोटे बच्चों को देखा जिनमें से एक लड़का और लड़की थी।
वो दोनों दिखने मे मनुष्य जैसे ही थे, मगर उनके शरीर का रंग हरा था और उन्होंने एक अलग ही प्रकार के सामग्री से बनाये हुए पोशाक पहने हुये थे। उनकी भाषा और आवाज़ अलग ही प्रकार की थी। जब उनको घर लाया गया तब "रिचर्ड डी" के अनुसार लड़का लड़की दोनों आपस में एक अलग ही प्रकार की, भाषा का उपयोग कर रहे थे जो किसी को नहीं समझ रही थी और वो कच्चे बिन्स ही खाते थे और कुछ दिनों बाद फल खाने लगे मगर किसी भी प्रकार खाना नहीं खा रहे थे।
मगर कुछ दिनों बाद लड़का बीमार पड़ने लगा और बहुत बीमार पड़ कर उसकी मौत हो गई, मगर लड़की ने यहाके हालातों से वातावरण से समझौता कर लिया और कुछ सालों बाद उसके शरीर का रंग धीरे धीरे सामान्य होने लगा और वो स्वस्थ युवती बन गई और उसने अंग्रेजी भी सिख ली, उसके बाद उसने पास ही के शहर "लेवेनम" के एक आदमी से शादी कर ली, मगर कुछ सालों बाद वो विधवा हो गई।
जब उसे यहाँ के भाषा का ग्यान हुवा तब उसने अपनी पूरी कहानी सुनाई जो बहुत ही चौंका देने वाली थी। उसने बताया की ये दोनों भाई बहन "सेंट मार्टिन" जगह से आये है ,जहा पर उनके जैसे ही हरी त्वचा वाले लोग रहते है, और वहा पर पृथ्वी जितनी रोशनी नहीं है, क्यूँ के वहा सूरज जैसा कुछ भी नहीं इसलिए वहा पर बहुत कम रोशनी आती है।
जब उसे पूछा गया की तुम दोनों यहाँ पर कैसे आये, तब उस लड़की ने बताया की, एक दिन दोनों भाई बहन भेड़ चराते हुये एक गुफा की द्वार पर पहुंचे, तब उन्हें अत्यंत सुरेली घंटियो कि आवाज़ सुनाई दी, तब वो गुफा के अंदर गये, कुछ समय बाद उन्हें वापस जाने का मन किया, तब वो वापस जाने के लिए गुफा के द्वार को खोजने लगे...
जब वो बाहर आये तो वो दोनों एक अलग ही दुनिया मे थे, और इस नई दुनिया को देख कर घबरा गये और आश्चर्यचकित भी हुये, तब लड़की की बाते किसी को समझ में नहीं आयी क्यूँ के वुलपिट में किसी भी प्रकार की गुफा नहीं थी।
कुछ वैज्ञानिक मानते है की, ये दोनों बच्चे "ब्लैक होल या वार्म होल" से ही हमारी पृथ्वी पर आये होंगे, क्यूँ के इसके बिना दूसरी दुनिया से इतने कम समय में आना संभव नहीं है।
कभी कभी ब्लैक होल प्राकृतिक घटना से अपने आप पैदा हो जाता है, लगता है की ये दोनों ऐसे ही एक ब्लैक होल से आये होंगे, या हो सकता है की, जिस गुफा से ये दोनों अंदर आये उस गुफा में प्राकृतिक घटना से अपने आप "ब्लैक होल या वार्म होल" पैदा हुवा हो और उन दोनों ने अनजाने में उसमे प्रवेश कर के हमारी दुनिया में आये हो।
12 सदी के दौरान तब इंग्लैंड में "राजा स्टीफ़न" का शासन काल था। तब वहाके "ब्युरी सेंट एडमंड्स" के पास "वुलपिट" के "सफोक" गांव में फसल कटाने के समय एक अजीब घटना घटी थी। जब वहाके किसान खेतो में काम कर रहे थे, तब वहाके "रिचर्ड डी" नाम के आदमी को जंगलों मे से एक अजीब सुरेली घंटियो कि आवाज़ सुनाई दी, तभी रिचर्ड डी और किसान वहा पहुंचे तब उन्होंने वहा दो छोटे बच्चों को देखा जिनमें से एक लड़का और लड़की थी।
वो दोनों दिखने मे मनुष्य जैसे ही थे, मगर उनके शरीर का रंग हरा था और उन्होंने एक अलग ही प्रकार के सामग्री से बनाये हुए पोशाक पहने हुये थे। उनकी भाषा और आवाज़ अलग ही प्रकार की थी। जब उनको घर लाया गया तब "रिचर्ड डी" के अनुसार लड़का लड़की दोनों आपस में एक अलग ही प्रकार की, भाषा का उपयोग कर रहे थे जो किसी को नहीं समझ रही थी और वो कच्चे बिन्स ही खाते थे और कुछ दिनों बाद फल खाने लगे मगर किसी भी प्रकार खाना नहीं खा रहे थे।
मगर कुछ दिनों बाद लड़का बीमार पड़ने लगा और बहुत बीमार पड़ कर उसकी मौत हो गई, मगर लड़की ने यहाके हालातों से वातावरण से समझौता कर लिया और कुछ सालों बाद उसके शरीर का रंग धीरे धीरे सामान्य होने लगा और वो स्वस्थ युवती बन गई और उसने अंग्रेजी भी सिख ली, उसके बाद उसने पास ही के शहर "लेवेनम" के एक आदमी से शादी कर ली, मगर कुछ सालों बाद वो विधवा हो गई।
जब उसे यहाँ के भाषा का ग्यान हुवा तब उसने अपनी पूरी कहानी सुनाई जो बहुत ही चौंका देने वाली थी। उसने बताया की ये दोनों भाई बहन "सेंट मार्टिन" जगह से आये है ,जहा पर उनके जैसे ही हरी त्वचा वाले लोग रहते है, और वहा पर पृथ्वी जितनी रोशनी नहीं है, क्यूँ के वहा सूरज जैसा कुछ भी नहीं इसलिए वहा पर बहुत कम रोशनी आती है।
जब वो बाहर आये तो वो दोनों एक अलग ही दुनिया मे थे, और इस नई दुनिया को देख कर घबरा गये और आश्चर्यचकित भी हुये, तब लड़की की बाते किसी को समझ में नहीं आयी क्यूँ के वुलपिट में किसी भी प्रकार की गुफा नहीं थी।
कुछ वैज्ञानिक मानते है की, ये दोनों बच्चे "ब्लैक होल या वार्म होल" से ही हमारी पृथ्वी पर आये होंगे, क्यूँ के इसके बिना दूसरी दुनिया से इतने कम समय में आना संभव नहीं है।
कभी कभी ब्लैक होल प्राकृतिक घटना से अपने आप पैदा हो जाता है, लगता है की ये दोनों ऐसे ही एक ब्लैक होल से आये होंगे, या हो सकता है की, जिस गुफा से ये दोनों अंदर आये उस गुफा में प्राकृतिक घटना से अपने आप "ब्लैक होल या वार्म होल" पैदा हुवा हो और उन दोनों ने अनजाने में उसमे प्रवेश कर के हमारी दुनिया में आये हो।
स्कॉटिश खगोल शास्त्री "डंकन लुणान" कहते है की, ये दोनों बच्चे पृथ्वी पर किसी अन्य ग्रह से एक ख़राब ट्रांसमीटर की त्रुटि द्वारा यहाँ आये होंगे। और कुछ विचारवंत कहते है की, ये कोई केमिकल का शिकार होने के कारण इनकी त्वचा रंग हरा हुवा है। इनमें सबकी अलग अलग राय है। पर सोचने वाली बात है की , क्या "सेंट मार्टिन" जैसी जगह हो सकती है, या वहा पर अब भी कोई सभ्यता है या ख़तम हुई है, ये तो पता लगाना मुश्किल है।
इन हरे रंग के बच्चों के पीछे कुछ तो दूसरी दुनिया का रहस्य छुपा हुवा है। और क्यूँ ये बच्चे कच्चे बिन्स ही खाते थे, और क्यूँ इनके त्वचा रंग हरा था, और उनका पोशाक किस द्रव या सामग्री से बना हुवा था, और उनकी भाषा पृथ्वी से अलग क्यूँ थी, ऐसे बहुत सारे राज होंगे जिसका सही जवाब किसी के पास नहीं।
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दूसरी दुनिया से आये रहस्यमय हरे रंग के बच्चे - The mysterious Green children's - Mysterious real story
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