मानव विकास और परग्रही हमारे डीएनए में मिले सबुत - दोस्तों आज हम बात करेंगे मानव विकास और परग्रही के बारेमे, मानव विकास और एलियन के बीच क्या संबंध है, और हमारा डीएनए कैसा है। चार्ल्स डार्विन के विकास के सिद्धांत से हमें ये समझने में मदद मिलती है की, किसी प्रकार से विभिन्न प्रजातीया एक दूसरे के साथ जुड़ीं हुई है। डार्विन ने भूगर्भ में छुपे ऐसे अवशेषों की उपस्थिति और उत्पत्ति की जो बाते कही थी ,की जो आज सच साबित हो रही है। तो चलते इसके बारे कुछ जानते है।
हमे मानव इतिहास और विकास के प्रति जानने की दिलचस्पी हमेशा रहती है। मगर हम कुछ जान नहीं पाते की मानव का विकास कैसे हुआ और किसने किया। चार्ल्स डार्विन एक महान वैज्ञानिक थे ,चार्ल्स - डार्विन की "The Origin of Species" में लिखा की सभी जिव धारिओ को किसी दैवी शक्ति ने उत्पन्न किया है। और उनकी संख्या ,रूप पहले से ही निश्चित रही है ,परंतु सन 1859 के बाद इस पुस्तक पर वादों ने जन्म लिया ,तो फिर उन्होने सन 1871 में अपनी दूसरी किताब "The Descent of Man "द्वारा बताया की केवल वानर ही मानव के समीप आ सकते है। तबसे वानरों को ही मनुष्य का पूर्वज होने की धारणाओं को प्रचलित कर दिया ,जो अपना स्थान बनाये हुये है।
चार्ल्स डार्विन के विकास के सिद्धांत से हमें ये समझने में मदद मिलती है की,किसी प्रकार से विभिन्न प्रजातीया एक दूसरे के साथ जुड़ीं हुई है ,डार्विन ने भूगर्भ में छुपे ऐसे अवशेषों की उपस्थिति और उत्पत्ति की जो बाते कही थी ,की जो आज सच साबित हो रही है।
हजारों साल पहले मानव के बुद्धि का विकास हुआ है ,हम गुफा से बाहर निकल कर घरोमें रहने लगे और हम विमान के सहायता से हवा में उड़ने लगे ,तो इतनी जल्दी मनुष्य ने विकास कैसे किया जब की मानव लाखों सालों से विकास की लिए भटकता आ रहा है।
"Fesenkov Astrophysical Institute "के मैक्सिम ए मकूकोव और "अलफारबि कजाख नेशनल यूनिवर्सिटी के व्लादिमीर श्चेरबाक -इन्होंने मानव जीनोम के प्रोजेक्ट के लिए 13 साल काम किया ,ये एक ऐसा मिशन जो माएन्कोडेड नव DNA को मैप करने की भूमिका रखता है। और उनका निष्कर्ष यह था की ,इंसानों को एक बहुत उच्च शक्ति द्वारा डिज़ाइन किया गया था ,जिसमे DNA में एन्कोडेड अंक गणितीय पैटर्न और वैचारिक प्रतिकारात्मक भाषा का सेट था। उनका मानना है की ,मनुष्य के DNA में 97 % गैर कोड अनुक्रमे परग्रही जिव रूपो से अनुवांशिक कोड है।
उनके शोध अनुसार एक और अधिक उन्नत अलौकिक सभ्यता नए जीवन को बनाने और विभिन्न ग्रहो पर प्रस्थापित करने में लगी हुई थी ,और यह पृथ्वी उनमें से एक ग्रह हो सकता है। हमारे DNA एक प्रोग्राम है ,जिसमे दो संस्करण शामिल है ,एक Giant Structured code और Simple or Basic code है। यह वैज्ञानिक की जोड़ी यह मानती है की ,हमारी प्रजातीय उच्च शक्ति परग्रही सभ्यता द्वारा रचाई गई थी ,या तो वो हमारे DNA में एक संदेश सुरक्षित रखना चाहती थी ,या अन्य ग्रहो पर जीवन को बनाये रखना चाहते थे।
"Erich Von Danikan "का दावा है की ,बहुत पहले अतीत में परग्रही वासियों की ,आधुनिक सभ्यता के विकास में एक अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई गई थी ,उनके अनुसार दुनियाभर के मिथको और प्राचीन ग्रंथो में उस भूमिका का संकेत है। देवताओं ने जिसे हम परग्रही भी कह सकते है ,उन्होंने मानव जाती के विकास में अहम भूमिका निभाई है। जिन्होंने हमें बनाया वो एक दिन फिर से हमारी पृथ्वी पर लौट आएंगे। ..
. . . . . . . . . . . . . . .धन्यवाद
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मानव विकास और परग्रही |
चार्ल्स डार्विन के विकास के सिद्धांत से हमें ये समझने में मदद मिलती है की,किसी प्रकार से विभिन्न प्रजातीया एक दूसरे के साथ जुड़ीं हुई है ,डार्विन ने भूगर्भ में छुपे ऐसे अवशेषों की उपस्थिति और उत्पत्ति की जो बाते कही थी ,की जो आज सच साबित हो रही है।
हजारों साल पहले मानव के बुद्धि का विकास हुआ है ,हम गुफा से बाहर निकल कर घरोमें रहने लगे और हम विमान के सहायता से हवा में उड़ने लगे ,तो इतनी जल्दी मनुष्य ने विकास कैसे किया जब की मानव लाखों सालों से विकास की लिए भटकता आ रहा है।
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Human history |
उनके शोध अनुसार एक और अधिक उन्नत अलौकिक सभ्यता नए जीवन को बनाने और विभिन्न ग्रहो पर प्रस्थापित करने में लगी हुई थी ,और यह पृथ्वी उनमें से एक ग्रह हो सकता है। हमारे DNA एक प्रोग्राम है ,जिसमे दो संस्करण शामिल है ,एक Giant Structured code और Simple or Basic code है। यह वैज्ञानिक की जोड़ी यह मानती है की ,हमारी प्रजातीय उच्च शक्ति परग्रही सभ्यता द्वारा रचाई गई थी ,या तो वो हमारे DNA में एक संदेश सुरक्षित रखना चाहती थी ,या अन्य ग्रहो पर जीवन को बनाये रखना चाहते थे।
. . . . . . . . . . . . . . .धन्यवाद
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