New Earth Found In Hindi: इस पोस्ट में हम नासा द्वारा खोजे दूसरी पृथ्वी की जानकारी जानेंगे, जैसे की यह नया ग्रह Kepler 452b (Earth 2.0) पृथ्वी से कितना मिलता है, इस ग्रह की पृथ्वी से कितनी दूरी है, और यह दूसरी पृथ्वी सूर्य का एक चक्कर कितने दिनों में पूरा करता है, और यह ग्रह पृथ्वी से कितना बड़ा है, इत्यादी की जानकारी जानेंगे।
नासा ने Earth 2.0 याने दूसरी धरती की खोज कैसे की?
NASA ने 2009 में केपलर मिशन शुरू किया था, इस केपलर मिशन का उद्देश्य पृथ्वी के समान दूसरे ग्रह को खोजना था, इस मिशन के दौरान वैज्ञानिकों को कई नये ग्रह और खगोलीय घटनाएं देखने को मिलीं। ऐसे में इस अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने पृथ्वी जैसे दूसरे ग्रह की खोज का दावा किया है, जिसे Kepler 452b नाम दिया गया।
नासा का कहना है की, यह ग्रह सोलर सिस्टम के अंदर ही है और इसपर पृथ्वी की ही तरह चट्टाने है। यह "कैप्लर 452बी" ग्रह अपने तारे से उतना ही दूर है, जितना सूरज से पृथ्वी और यहाँ का वातावरण भी सामान्य है। जिससे यहाँ पर पानी और जीवन होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस ग्रह पर पृथ्वी की तरह जीवन होने के संकेत के कारण ही इसे Earth 2.0 का नाम भी दिया है।
Kepler 452b Planet को दूसरी पृथ्वी क्यों कहा जाता है?
धरती की ही तरह दिखने वाले एक नये ग्रह की खोज यह आज के दौर में जो दूसरी दुनिया की खोज में लगे अंतरिक्ष वैज्ञानिक है, उनके लिए यह एक महत्वपूर्ण सफलता है। नासा द्वारा 2009 में जो केपलर मिशन शुरू किया था, उनके मुताबिक यह Earth 2.0 नया ग्रह हमारी पृथ्वी से 1,400 प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है और इस ग्रह की खोज केपलर टेलिस्कोप (Kepler 452b) की मदद से की गई है।
नासा के वैज्ञानिकों का कहना है की, इस नए ग्रह पर जीवन के लिए पर्याप्त साधन मौजूद हैं। इस Kepler 452b ग्रह पर ज्वालामुखी और समुद्र भी हैं और इस प्लेनेट का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी से दोगुना है, यह अपने सूर्य का एक चक्कर 385 दिनों में पूरा करता है और यह ग्रह ना ही ज़्यादा ठंडा है और ना ही ज़्यादा गर्म है, इसलिए इसे दूसरी पृथ्वी कहा जाता है। इस NASA के केपलर मिशन द्वारा पृथ्वी से बाहर जीवन ढूंढने की नासा की कोशिशों में इस खोज को अहम खोज माना जा रहा है।
Kepler 452b (Earth 2.0) से पृथ्वी कितनी मिलती है?
- इस ग्रह का गुरुत्वाकर्षण पृथ्वी से दोगुना है।
- यह Kepler 452b (Earth 2.0) ग्रह अपने सूर्य का एक चक्कर 385 दिनों में पूरा करता है।
- पृथ्वी की तरह इस ग्रह पर चट्टाने, ज्वालामुखी और समुद्र भी हैं।
- यह ग्रह साइज में पृथ्वी से लगभग डेढ़ गुना बडा हो सकता है।
- इस Kepler 452b (Earth 2.0) का वातावरण और तापमान भी पृथ्वी की तरह ही है, ना ही ज़्यादा ठंडा और ना ही ज़्यादा गर्म।
- यह ग्रह हमारे सूरज से 1.5 बिलियन साल बड़ा है और 20% ज्यादा चमकीला है।
पृथ्वी की ही तरह दिखने वाले यह नए ग्रह की खोज अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को मिली एक महत्वपूर्ण सफलता है, ऐसा लगता है की Kepler 452b (Earth 2.0) जैसी और खोज होना बाकि है, जिससे अंतरिक्ष के और भी सारे रहस्य की खोज होना बाकि है।
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तो दोस्तों यह थी, नया ग्रह Kepler 452b (Earth 2.0) याने दूसरी पृथ्वी की जानकारी, आपको यह दूसरी धरती की ही तरह दिखने वाले एक नए ग्रह की जानकारी कैसी लगी हमें कॉमेंट्स करके बताये और यह पोस्ट अपने दोस्तों में ज़रूर शेअर करे।